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ग​ौ​त​म ब​ु​द​्​ध - प​ु​न​र​्​ज​न​्​म भ​ा​ग २

by गौतम बुद्ध

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आठ कारणों से लेती आत्मा पुनर्जन्म:
Soul takes rebirth for eight reasons:

१. भगवान की आज्ञा से : भगवान किसी विशेष कार्य के लिए महात्माओं और दिव्य पुरुषों की आत्माओं को पुन: जन्म लेने की आज्ञा देते हैं।

२. पुण्य समाप्त हो जाने पर : संसार में किए गए पुण्य कर्म के प्रभाव से व्यक्ति की आत्मा स्वर्ग में सुख भोगती है और जब तक पुण्य कर्मों का प्रभाव रहता है, वह आत्मा दैवीय सुख प्राप्त करती है। जब पुण्य कर्मों का प्रभाव खत्म हो जाता है तो उसे पुन: जन्म लेना होता है।

३. पुण्य फल भोगने के लिए : कभी-कभी किसी व्यक्ति द्वारा अत्यधिक पुण्य कर्म किए जाते हैं और उसकी मृत्यु हो जाती है, तब उन पुण्य कर्मों का फल भोगने के लिए आत्मा पुन: जन्म लेती है।

४. पाप का फल भोगने के लिए।

५. बदला लेने के लिए : आत्मा किसी से बदला लेने के लिए पुनर्जन्म लेती है। यदि किसी व्यक्ति को धोखे से, कपट से या अन्य किसी प्रकार की यातना देकर मार दिया जाता है तो वह आत्मा पुनर्जन्म अवश्य लेती है।
5. To take revenge: The soul takes rebirth to take revenge on someone. If a person is killed by deceit, fraud or by giving any other kind of torture, then that soul definitely takes rebirth.

६. बदला चुकाने के लिए।
6. To retaliate.

७. अकाल मृत्यु हो जाने पर।
7. On premature death.

८. अपूर्ण साधना को पूर्ण करने के लिए।
8. To complete the incomplete practice.

LP this fall

credits

released August 4, 2023

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